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Showing posts from December, 2023

हार्मोनल परिवर्तन के कारण कम उम्र में लड़कियों में हो रहा शारीरिक परिवर्तन

हार्मोनल परिवर्तन के कारण कम उम्र में लड़कियों में हो रहा शारीरिक परिवर्तन प्रदुषण और जंक फूड घटा रहा मुश्किल भरे दिन की उम्र लड़कियों में समय से पहले हार्मोनल चेंज के मामले बढ़ रहे हैं। शारीरिक बदलाव के लिए औसत उम्र 13 से 14 साल मानी जाती है, अब 8 से 11-12 साल में वजन बढ़ने जैसी समस्या आ रही है। कम उम्र में मुश्किल भरे दिनों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो समस्या प्रदुषण और जंक फूड के अत्यधिक सेवन से बढ़ रही है। शरीर में हार्मोनल परिवर्तन, किसी प्रकार की सिस्ट और ट्यूमर जैसे कारण सामने आ रहे हैं। इनके लिए मुख्य कारण निम्न हैं- लड़कियों में हार्मोनल परिवर्तन से पीरियड जल्दी आते हैं। आनुवंशिक समस्या इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है। तनाव से भी हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। आयरन तथा विटामिन-डी जैसे पोषण तत्वों की कमी भी हार्मोनल परिवर्तन के लिए जिम्मेदार हैं। प्रदुषण के सम्पर्क में रहने पर भी ये समस्या होती है। शरीर में कही भी सिस्ट या ट्यूमर होने पर भी ये सम्भव है। अगर 8 साल से 12 साल की उम्र के बीच किसी बालिका के शरीर में तेजी से परिवर्तन हो तो मुश्

डॉ. राठौड़ को अंतर्राष्ट्रीय कला सम्मान

डॉ कंचन राठौड़ को अंतर्राष्ट्रीय कला सम्मान। दिल्ली में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय चित्रकला प्रदर्शनी कलरफुल सागा नई दिल्ली के लोकायत् आर्ट गैलरी में आयोजित हुई इसमें देश विदेश के चालीस कलाकारों ने भाग लिया जिसमें भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के चित्रकला विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ कंचन राठौड़ को विशिष्ट श्रेणी अंतर्राष्ट्रीय कला सम्मान और कला विभूति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।  आर्ट गैलरी के सचिव रवीन्द्र सिंह ने बताया कि डॉ. राठौड़ को यह पुरस्कार सांस्कृतिक कला को देश विदेश में बढ़ावा देने में दिया गया है डॉ कंचन राठौड़ को दोनो पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकार मातु राम वर्मा एवम कलाकुंज फ़ाउडेशन की निदेशक राजनी शर्मा ने स्मृतिचिन्ह एवम् प्रमाण पत्र प्रदान कर सममानीत किया। To follow our blog  click here For similar post  click here Our other websites For Education For Placements   For Bhakti   For Recipes   Our Application Our YouTube channels Sacademy Atharavpur Keywords: अंतर्राष्ट्रीय संगठन,झारखंड कला रत्न सम्मान समारोह,झारखंड कला रत्न सम्मान समारोह 2021,शार्ट फिल्म कलाकारों सम्

नशा देने वाले भांग के पौधों से बन रहे कपड़े

नशा देने वाले भांग के पौधों से बन रहे कपड़े । भांग का उपयोग प्रायः नशे में किया जाता है, लेकिन यह आश्चर्य की बात है कि भांग के पौधे से कपड़े भी बनाए जा रहे हैं। जोधपुर के दो युवाओं अंकित नागौरी तथा आकाश सेन ने स्टार्टअप के तहत यह काम शुरू किया है। इनके द्वारा भांग के पौधों से तैयार कपड़ों का चार देशों में निर्यात हो रहा है। राजस्थान में इस प्रकार का नवाचार करने वाले यही दो युवा हैं। इनका अगला लक्ष्य राजस्थान सरकार के साथ जुड़कर इस प्रोजेक्ट को नया आयाम देना है। दोनों युवाओं ने 2021 में ईको अर्थ नामक स्टार्टअप को धरातल पर उतारा। अंकित ने बताया कि हमारा लक्ष्य पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने बताया कि प्रारम्भ में लोगों को समझाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, परन्तु अब भांग से निर्मित कपड़ों की मांग काफी बढ़ गई है।  भांग के पौधों से बने कपड़े से पेंट-शर्ट के अलावा, जूते, कम्बल, बैग, बेडशीट, टोपी, मौजे और टॉवल भी बनाए जा सकते हैं। साथ ही कंसट्रक्शन मेटेरियल भी बनाया जा सकता है, जिसमें हेम्पक्रीट, प्लास्टर पाउडर मुख्य है। साथ ही भांग के बीज, तेल, दूध और अन्य खाद्य पदार्थ भ

सार्वजनिक उत्पीड़न पर ही एससी-एसटी एक्ट

सार्वजनिक उत्पीड़न पर ही एससी-एसटी एक्ट । इलाहाबाइ हाईकोर्ट ने कहा है कि अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी व्यक्ति के साथ घर के अन्दर किसी अन्य व्यक्ति की गैरमौजूदगी में जातिसूचक शब्दों से दुर्व्यवहार हो तो वह एससी-एसटी अत्याचार निवारण कानून के तहत अपराध नहीं होगा। एक मामले में जस्टिस शमीम अहमद ने कहा कि किसी व्यक्ति पर एससी/एसटी अधिनियम की धारा 3(1) (एस) के तहत अपराध के लिए मुकदमा तभी चलाया जा सकता है जब उसने कमजोर वर्ग के व्यक्ति का सार्वजनिक तौर पर अपमान और उत्पीड़न किया हो। सोजन्यः राजस्थान पत्रिका न्यूज For more information see Rajasthan Patrika News Paper   To follow our blog  click here For similar vacancies  click here Our other websites For Education For Placements   For Bhakti   For Recipes   Our Application Our YouTube channels Sacademy Atharavpur Keywords: sc st act,sc st act 1989,sc and st act,sc st act kya hai,sc st act in hindi,sc st act amendment,sc/st act,sc st atrocity act amendments in telugu,sc st act ki dhara,sc act,sc st atrocity act,petition on sc st a

उच्च शिक्षाः विद्यार्थी का बनेगा एकेडमिक बैंक रिकॉर्ड

उच्च शिक्षाः विद्यार्थी का बनेगा एकेडमिक बैंक रिकॉर्ड । नई शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यार्थियों का डिजिटल लेखाजोखा रखने की दिशा में काम जारी है। इसके तहत विद्यार्थियों की एबीसी आईडी बनेगी एवं शिक्षा में एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट लाने का सुझाव एनईपी 2020 में दिया गया है। इसे यूजीसी की ओर से शीघ्र लागू किया जाएगा। एबीसी का मतलब विद्यार्थी की ओर से उसकी पढ़ाई के दौरान मिले क्रेडिट का स्टोर हाउस है। ये स्टोर हाउस वर्चूअल या डिजिटल होगा। इसमें स्टूडेट की ओर से जिन संस्थानों में जो पढ़ाई की है उसका पूरा लेखाजोखा, उसका प्रदर्शन और मुख्य रूप से स्टूडेंट की ओर से प्राप्त किए गए क्रेडिट को शामिल किया जाएगा। इनका प्रयोग पूरी पढ़ाई के दौरान कई जगह और कई तरीके से कर सकेगा। इसके माध्यम से कॉलेजों में मल्टीपल एंट्री और मल्टीपल एग्जिट का ऑप्शन मिलेगा। इससे विद्यार्थी अपना खाता खोल सकते हैं और किसी भी कॉलेज में प्रवेश ले सकते हैं या उसे छोड़ सकते हैं। इसके लिए उन्हें अलग से दस्तावेज दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी। इन क्रेडिट की सहायता से वे प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकते हैं। एबीसी के माध्यम से क्रेडिट हर जगह ट्रा

B.N.U. Second Semester Physics Syllabus

B.N. UNIVERSITY, UDAIPUR B.Sc. II Semester Physics PHYSMJ121T: ELECTRICITY and MAGNETISM UNIT-I Electrostatics: Charge and its properties, Coulomb’s law, superposition principle, continuous distribution of charge, electric field due to point charge and due to different types of distribution of charge, field due to an infinitely long straight charged wire, electric potential due to an arbitrary distribution of charge, electric potential energy, electric dipole, a dipole in uniform and non-uniform electric field, electric quadrupole. Gauss’s Law: Electric flux, Gauss’s law and its applications, electrostatic energy of a uniformly charged sphere, classical radius of an electron, force on the surface of a charged spherical conductor. UNIT-II Electric field around conductors: Poisson and Laplace equations in different Cartesian coordinate system (without derivation), boundary conditions, solution of Laplace equation in Cartesian coordinate system, potential at a point inside rectangular bod

भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन

प्रबंधन संकाय, विज्ञान संकाय एवं वाणिज्य संकाय के संयुक्त तत्वाधान में 08 व 09 जनवरी, 2024 को अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन। भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की संगठन इकाई भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रबंधन संकाय-स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, विज्ञान संकाय एवं वाणिज्य संकाय के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 08 व 09 जनवरी, 2024 को "Sustainable Development In Information technology and Management" विषय पर दो दिवसीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है इसमें 100 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे जिसमें से 20 फ़ीसदी विदेश के शोध पत्र होंगे। विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन प्रो. कर्नल शिवसिंह सारंगदेवोत, अध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह राठौड़ तथा कुल सचिव श्रीमान मोहब्बत सिंह राठौड़ के अनुसार विस्तृत स्तर पर आयोजित यह कॉन्फ्रेंस अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण है तथा यह सभी विद्यार्थियों एवं शोधकर्ताओं को एक वैश्विक मंच उपलब्ध करवाएगी जिससे सभी को अपने लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी होगी साथ ही वह अपनी क्षमता और काम का सही निर्धारण कर पाएंगे। इस कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य पर्यावरणीय सीमाओं क

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