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हार्मोनल परिवर्तन के कारण कम उम्र में लड़कियों में हो रहा शारीरिक परिवर्तन

हार्मोनल परिवर्तन के कारण कम उम्र में लड़कियों में हो रहा शारीरिक परिवर्तन प्रदुषण और जंक फूड घटा रहा मुश्किल भरे दिन की उम्र लड़कियों में समय से पहले हार्मोनल चेंज के मामले बढ़ रहे हैं। शारीरिक बदलाव के लिए औसत उम्र 13 से 14 साल मानी जाती है, अब 8 से 11-12 साल में वजन बढ़ने जैसी समस्या आ रही है। कम उम्र में मुश्किल भरे दिनों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो समस्या प्रदुषण और जंक फूड के अत्यधिक सेवन से बढ़ रही है। शरीर में हार्मोनल परिवर्तन, किसी प्रकार की सिस्ट और ट्यूमर जैसे कारण सामने आ रहे हैं। इनके लिए मुख्य कारण निम्न हैं- लड़कियों में हार्मोनल परिवर्तन से पीरियड जल्दी आते हैं। आनुवंशिक समस्या इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है। तनाव से भी हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। आयरन तथा विटामिन-डी जैसे पोषण तत्वों की कमी भी हार्मोनल परिवर्तन के लिए जिम्मेदार हैं। प्रदुषण के सम्पर्क में रहने पर भी ये समस्या होती है। शरीर में कही भी सिस्ट या ट्यूमर होने पर भी ये सम्भव है। अगर 8 साल से 12 साल की उम्र के बीच किसी बालिका के शरीर में तेजी से परिवर्तन हो तो मुश...

भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन

प्रबंधन संकाय, विज्ञान संकाय एवं वाणिज्य संकाय के संयुक्त तत्वाधान में 08 व 09 जनवरी, 2024 को अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन।


भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय की संगठन इकाई भूपाल नोबल्स स्नातकोत्तर महाविद्यालय में प्रबंधन संकाय-स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, विज्ञान संकाय एवं वाणिज्य संकाय के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 08 व 09 जनवरी, 2024 को "Sustainable Development In Information technology and Management" विषय पर दो दिवसीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है इसमें 100 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे जिसमें से 20 फ़ीसदी विदेश के शोध पत्र होंगे। विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन प्रो. कर्नल शिवसिंह सारंगदेवोत, अध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह राठौड़ तथा कुल सचिव श्रीमान मोहब्बत सिंह राठौड़ के अनुसार विस्तृत स्तर पर आयोजित यह कॉन्फ्रेंस अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण है तथा यह सभी विद्यार्थियों एवं शोधकर्ताओं को एक वैश्विक मंच उपलब्ध करवाएगी जिससे सभी को अपने लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी होगी साथ ही वह अपनी क्षमता और काम का सही निर्धारण कर पाएंगे। इस कांफ्रेंस का मुख्य उद्देश्य पर्यावरणीय सीमाओं के भीतर रहकर मजबूत स्वस्थ और न्यायपूर्ण समाज सहित सुशासन को बढ़ावा देना तथा सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में इनफार्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का उपयोग करना है। दो दिवसीय इस कार्यक्रम में सम्मानित मुख्य अतिथियों के रूप में गोविंद गुरु ट्राइबल यूनिवर्सिटी बांसवाड़ा के वाइस चांसलर प्रो.के.एस. ठाकुर, वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी से वाइस चांसलर प्रो. कैलाश सोडानी एवं श्री गोविंद गुरु यूनिवर्सिटी गोदारा से वाइस चांसलर प्रो. प्रताप सिंह चौहान की गरिमामय  उपस्थित रहेगी। चीफ एडवाइजर एवं अधिष्ठाता विज्ञान संकाय डॉ. रेणू राठौड़ तथा चीफ एडवाइजर एवं वाणिज्य संकाय अधिष्ठाता डॉ.राजेंद्र सिंह शक्तावत एवं चीफ एडवाइजर एवं निदेशक स्कूल आफ मैनेजमेंट स्टडीज डॉ. रजनी अरोड़ा, चीफ एडवाइजर एवं कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. विवेक चपलोत ने विस्तृत जानकारी सांझा करते हुए बताया कि यह कॉन्फ्रेंस ऑफलाइन एवं ऑनलाइन दोनों मोड पर होगी तथा साथ ही दो दिवसीय इस कांफ्रेंस में देश-विदेश के ख्यातनाम विषय विशेषज्ञ सम्मिलित होंगे जिसमें की- रिसोर्स पर्सन के रूप में यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड यूएसए से प्रो. दिनेश के शर्मा, जय नारायण यूनिवर्सिटी से कृष्ण अवतार गोयल, किंग अब्दुल्लाह यूनिवर्सिटी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी सऊदी अरब से डॉ. जगदीश चंद्र व्यास और अमित्य यूनिवर्सिटी ऑफ हायर एजुकेशन मॉरीशस से प्रो. आशीष गडकर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी आफ हिमाचल प्रदेश धर्मशाला से प्रो.संदीप गुप्ता, सेंट्रल यूनिवर्सिटी आफ हरियाणा से प्रो.सुनील कुमार गुप्ता, मरियम अबाचा अमेरिकन यूनिवर्सिटी आफ नाइजीरिया से प्रो. मोहम्मद इसरार, कॉलेज ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंशियल स्टडीज मस्कट से प्रो.आनंद एस, यूनि ग्लोबल कॉलेज यूनिवर्सिटी काठमांडू से प्रो.राधेश्याम प्रधान, लॉजिकल एनालिसिस प्रा. लिमिटेड कैनबरा ऑस्ट्रेलिया से प्रो. मूरेवुड्स एवं नॉनटिंघम ट्रेड यूनिवर्सिटी मस्कट  से सीनियर लेक्चरर डॉ. तमन्ना अब्दुल रहमान दलवाई, यूनिवर्सिटी ऑफ कोलकाता से प्रो. राम प्रहलाद चौधरी भी उपस्थित होंगे। यह जानकारी आयोजन सचिव डॉ. खातून आफताब कत्थावाला, डॉ. शुभी धाकड़ एवं समन्वयक डॉ. प्रियंका शक्तावत, डॉ. सुतिष्ण सिंह राणावत ने प्रदान की। 

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