हार्मोनल परिवर्तन के कारण कम उम्र में लड़कियों में हो रहा शारीरिक परिवर्तन प्रदुषण और जंक फूड घटा रहा मुश्किल भरे दिन की उम्र लड़कियों में समय से पहले हार्मोनल चेंज के मामले बढ़ रहे हैं। शारीरिक बदलाव के लिए औसत उम्र 13 से 14 साल मानी जाती है, अब 8 से 11-12 साल में वजन बढ़ने जैसी समस्या आ रही है। कम उम्र में मुश्किल भरे दिनों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो समस्या प्रदुषण और जंक फूड के अत्यधिक सेवन से बढ़ रही है। शरीर में हार्मोनल परिवर्तन, किसी प्रकार की सिस्ट और ट्यूमर जैसे कारण सामने आ रहे हैं। इनके लिए मुख्य कारण निम्न हैं- लड़कियों में हार्मोनल परिवर्तन से पीरियड जल्दी आते हैं। आनुवंशिक समस्या इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है। तनाव से भी हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। आयरन तथा विटामिन-डी जैसे पोषण तत्वों की कमी भी हार्मोनल परिवर्तन के लिए जिम्मेदार हैं। प्रदुषण के सम्पर्क में रहने पर भी ये समस्या होती है। शरीर में कही भी सिस्ट या ट्यूमर होने पर भी ये सम्भव है। अगर 8 साल से 12 साल की उम्र के बीच किसी बालिका के शरीर में तेजी से परिवर्तन हो तो मुश्...
Andrews experimental PV curve and state of continuity The slope of tangent drawn on critical point is opposite on either side of this point. The isothermal curve touching the critical point is critical isothermal. The temperature, pressure and volume corresponding to critical point are known as critical temperature (T c ), critical pressure (P c ) and critical volume (V c ) respectively. P c , V c and T c are combindly known as critical constants. Conclusion of Andrews experimental curve Any gas can be liquified below its critical temperature. Every gas has a critical temperature above which the gas can not be liquified by increasing pressure. At critical temperature, the density of liquid and its saturated vapour are equal. Above this temperature we can not distinguish between the two states. Near critical temperature, the compressibility of gas is very high and it become infinitive at critical temperature. Above critical temperature, the gas behaves as permanent gas....